जयपुर । राजस्थान में सैनी, कुशवाहा समेत पांच जातियों को 12 फ़ीसदी आरक्षण देने की मांग को लेकर आज जयपुर में ओबीसी आयोग के साथ वार्ता में सुलह का रास्ता नजर आया । ओबीसी आयोग ने सैनी समाज समेत पांच जातियों के सर्वे कराने को लेकर जिला कलेक्टरों से 10 दिन में रिपोर्ट देने की बात कही है ।
आपको बता दें कि सैनी, माली, कश्यप और कुशवाहा समाज के लोग पिछले कई दिनों से भरतपुर के गांव बेरी के पास भरतपुर- जयपुर हाईवे जाम कर कर बैठे हैं । सरकार और पुलिस प्रशासन किसी भी तरह का विवाद टालने के लिए उनसे टकराव नहीं करना चाहती। लेकिन इसका नतीजा यह हुआ कि लाखों लोगों को इससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।सैनी समाज के आंदोलनकारियों ने आज जयपुर में ओबीसी आयोग के चेयरमैन भगरु खान के साथ बातचीत की। इस बातचीत में माली समाज के 21 प्रतिनिधि मौजूद रहे। सैनी समाज के साथ अन्य 5 जातियों का सर्वे कराने और 10 दिन में जिला कलेक्टर से रिपोर्ट देने के निर्देश दिए है। ओबीसी आयोग के चेयरमैन और आंदोलनकारियों से इसी बात पर सहमति बनी है। किसी आयोग का सैनी माली कुशवाहा समेत पांच जातियों का सर्वे कराएगा इसके लिए जिला कलेक्टर को निर्देशित किया गया है जिला कलेक्टर में जातियों का सामाजिक आर्थिक सर्वे कराकर 10 दिन में रिपोर्ट शॉपिं सर्वे कराएगा क्या वास्तव में इन जातियों को अतिरिक्त आरक्षण की आवश्यकता है या ढढढढढ१नहीं तब तक यह आंदोलन स्थगित किया जा सकता है।
आंदोलन जारी रहेगा या स्थगित किया जाएगा इसका फैसला धरना स्थल पर होगा ञ ओबीसी आयोग से वार्ता के बाद आंदोलनकारियों का प्रतिनिधिमंडल धरना स्थल पर पहुंच गया है लेकिन धरना जारी रहेगा या ओबीसी आयोग की रिपोर्ट आने तक स्थगित किया जाएगा इसका निर्णय वहां पर पंच पटेलों से बातचीत के बाद किया जाएगा